कोंडागांव, 5 अक्टूबर 2024: भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के राज्य मुख्य आयुक्त डॉ सोमनाथ यादव , राज्य सचिव कैलाश सोनी के निर्देशानुसार एवं पदेन जिला संरक्षक एवं कलेक्टर कुणाल दुदावत, पदेन जिला आयुक्त स्काउट एवं जिला शिक्षा अधिकारी आदित्य चांडक तथा जिला संगठन आयुक्त स्काउट भीषभदेव साहू के कुशल मार्ग दर्शन में 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस एवं वीरांगना रानी दुर्गावती जयंती का आयोजन शासकीय प्राथमिक शाला मुरारीपारा बडेबेंदरी में कब मास्टर पवन कुमार साहू एवं शासकीय प्राथमिक शाला बाजारपारा कोंडागांव में फ्लॉक लीडर श्रीमती दीपमाला वैष्णव, शासकीय प्राथमिक शाला डोंगरी पारा चिपावंड में श्रीमती प्रियंका पटेल के नेतृत्व में तथा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्रीमती तिलक मरकाम, हेड मास्टर श्रीमती गमला पुजारी, श्रीमती योगिता नाग एवं शासकीय प्राथमिक शाला देरखरगांव में कुमारी राधिका दीवान के नेतृत्व में मनाया गया। इस अवसर पर शासकीय प्राथमिक शाला डोंगरी पारा चिपावंड में छात्रा ने रानी दुर्गावती का वेश धारण कर प्रसंग प्रस्तुत किया। एवम शासकीय प्राथमिक शाला बाजारपारा कोंडागांव में मुख्य अतिथि के तौर पर जिला संगठन आयुक्त भीसभदेव साहू ने विश्व शिक्षक दिवस पर प्रकाश डालते देते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष 5 सितंबर को हमारे देश के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जयंती के अवसर पर मनाया जाता है ।तथा विश्व शिक्षक दिवस हर साल 5 अक्टूबर को पूरे विश्व के अनेक देशों में मनाया जाता है ।जिनकी शुरुआत 5 सितंबर 1966 में यूनेस्को और अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के संयुक्त बैठक में शिक्षकों की स्थिति पर बैठक हुई जो शिक्षकों के काम का जश्न में तथा शिक्षकों के सम्मान में हर साल 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
शासकीय प्राथमिक शाला मुरारी पर बड़े बेंदरी में कब–मास्टर पवन कुमार साहू ने वीरांगना रानी दुर्गावती के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा की रानी दुर्गावती का जन्म 5 अक्टूबर 1524 को उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के कालिंजर दुर्ग में दुर्गाष्टमी के दिन हुआ। इसलिए उनका नाम रानी दुर्गावती रखा गया। रानी दुर्गावती चंदेल राजपूत राजा कीर्ति सिंह के इकलौती संतान थी। बचपन में रानी दुर्गावती घुड़सवारी, तीरंदाजी, तलवारबाजी जैसे युद्ध कलाओं को सीखा था। उनका विवाह गोंडवाना राजा दलपत शाह के साथ हुआ था, उनकी एक 5 वर्ष की संतान थी। इसी समय राजा दलपत शाह का देहांत हो जाता है और गोंडवाना राज्य का संपूर्ण बागडोर रानी दुर्गावती संभालती है। अनेको बार मुगल सेना से सामना किया लेकिन रानी दुर्गावती जीते जी कभी हार नहीं मानी। रानी दुर्गावती के पश्चात उनके देवर गोंडवाना राज्य का शासन संभाला लेकिन कुछ समय पश्चात मुगलों की अधीनता स्वीकार कर ली।
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर कब–बुलबुल टीम के छात्र छात्राओं द्वारा उपस्थित शिक्षक शिक्षकों को लेखनी एवं गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला संगठन आयुक्त भीषभ देव साहू , जिला मीडिया प्रभारी पवन कुमार साहू, फ्लॉक लीडर श्रीमती दीपमाला वैष्णव , शिक्षिका श्रीमती प्रियंका पटेल, कुमारी राधिका दीवान, श्रीमती सुधा अवस्थी, श्रीमती उत्तरा साहू, श्रीमती संतोषी पटेल, श्रीमती लक्ष्मी साहू, श्रीमती तिलक मरकाम, श्रीमती गमला पुजारी, श्रीमती योगिता नाग एवं कब–बुलबुल टीम के छात्र-छात्राओं का विशेष सहयोग रहा।
Shri Harkishan Public Higher Secondary School celebrated the Prakash Parv of Shri Guru Harkishan Ji,… Read More
राज्य सरकार द्वारा ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु चलाई जा रही जल जीवन… Read More
नगर के प्रतिष्ठित शिक्षक अली अहमद ने सिन्हा ऑटो डील के संचालक और स्थानीय युवा… Read More
ज बारिश भी नहीं रोक सकी भाजपा कार्यकर्ताओं का जोश, छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष… Read More
पीथमपुर। इंदौर-दाहोद रेलवे प्रोजेक्ट के तहत बने अंडरपास अब ग्रामीणों के लिए संकट का सबब… Read More
पीथमपुर। सेक्टर-1 स्थित नूतन नगर के पास एक निजी स्कूल में विद्यार्थियों की जान से… Read More