
दो दिवसीय दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पहुंचेंगे छत्तीसगढ़, जहां वे राज्य में चल रही विभिन्न केंद्रीय विकास परियोजनाओं का निरीक्षण, महत्वपूर्ण संस्थानों का उद्घाटन और नक्सल समस्या पर उच्चस्तरीय बैठक करेंगे।गृह मंत्री का यह दौरा जहां सुरक्षा और विकास के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, वहीं इसके सियासी मायने भी गहराते जा रहे हैं। शाह के दौरे से पहले ही राज्य की राजनीति गरमा गई है।
“2026 तक नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ का लक्ष्य”
भाजपापूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक राजेश मूणत ने शाह के दौरे को एक निर्णायक पहल बताया। उन्होंने कहा:> “2026 में नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ का टारगेट लिया गया है। बस्तर अब भी विकास का इंतज़ार कर रहा है, लेकिन अब वहां इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य गति पकड़ रहे हैं। नक्सली अब पीछे हटने लगे हैं और स्थानीय लोग राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं। गृह मंत्री इस दौरे में आंतरिक आतंकवाद के समाधान पर केंद्रित समीक्षा और मॉनिटरिंग करेंगे।”क्या है शाह के दौरे का एजेंडा?केंद्रीय विकास योजनाओं की प्रगति का जायज़ाबस्तर और आसपास के क्षेत्रों का दौरामहत्वपूर्ण संस्थानों का उद्घाटनराज्य के अधिकारियों के साथ नक्सल उन्मूलन पर बैठकसुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा और भविष्य की रणनीति पर चर्चापोलिटिकल माहौल गर्म, नजरें दौरे की घोषणाओं परराज्य में अगले विधानसभा चुनाव भले ही दूर हों,
लेकिन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही इस दौरे को राजनीतिक रूप से निर्णायक मान रही हैं। ऐसे में शाह की हर घोषणा और कदम पर राजनीतिक विश्लेषकों की कड़ी नजर बनी हुई है।