दंतेवाड़ा, 15 नवंबर 2024: आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर आदिवासी भवन, दंतेवाड़ा में एक गरिमामय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में एबोरिजिनल ट्राइब्स के अध्यक्ष महेश स्वर्ण ने आदिवासी समाज के अधिकारों और सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए भगवान बिरसा मुंडा के अतुलनीय योगदान को याद करते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
महेश स्वर्ण ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपने जीवन को आदिवासी समाज के हक और सम्मान की रक्षा के लिए समर्पित किया। उन्होंने आदिवासी समुदाय को एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी। वर्तमान समय में भी भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों को अपनाकर आदिवासी समुदाय को जल, जंगल, और जमीन के अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित होकर संघर्ष करने की आवश्यकता है।
महेश स्वर्ण ने आगे कहा कि बिरसा मुंडा का संघर्ष केवल उस समय तक सीमित नहीं था, बल्कि यह हमारे समाज के भविष्य को सुरक्षित रखने की दिशा में था। उन्होंने सभी समुदायों से अपील की कि वे भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से प्रेरणा लेकर सामाजिक समरसता, एकता और अधिकारों की रक्षा के लिए काम करें।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग, गणमान्य व्यक्ति और विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि उपस्थित थे, जिन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों को सम्मानित किया और उनके संघर्ष को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।