*पुणे से आगरा आए पर्यटक का ऑटो में छूटा था बैग*
आगरा – आगरा की पर्यटन पुलिस ने पुणे से आगरा ताजमहल देखने आए पर्यटक का ऑटो में छूटा ज्वेलरी से भरा बैग तीन महीने बाद खोज निकाला। पुलिस ने पर्यटक को बैग दिया तो उनके चेहरे खिल उठे। पुलिस ने ऑटो चालक को भी गिरफ्तार कर लिया जिसकी नीयत ज्वेलरी से बैग पर बिगड़ गई थी।मामला 7 फरवरी 2024 का है। महाराष्ट्र के पुणे सिटी से पर्यटक किन्नर शुभम जितेंद्र सिंह अपने साथियों के साथ ताजमहल देखने आये थे। ये सभी लोग आगरा के बालूगंज स्थित होटल मानस में रुके थे। होटल से ताजमहल जाने के लिये उन्होंने एक सफेद काले रंग की इलेक्ट्रिक ऑटो में बैठकर आरके स्टूडियो ताजमहल पश्चिमी गेट तक गए। इसी दौरान इनका ज्वेलरी से भरा बैग ऑटो में ही छूट गया था। बताया कि बैग में 15 हजार रुपये नगद और करीब 3.5 लाख रुपये के सोने के जेवरात व अन्य सामान था।पर्यटकों द्वारा आसपास काफी खोजा लेकिन तब तक ऑटो चालक ऑटो लेकर फरार हो गया पर्यटकों ने तत्काल ऑटो में छूटे हुए बैग की सूचना पर्यटन पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पर्यटन पुलिस बैग की तलाश में जुट गई लेकिन ऑटो नहीं मिला। जहा होकर ऑटो गुजारा वहा वहा के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया तो ऑटो तो दिखाई दिया, लेकिन उसका नम्बर स्पष्ट नहीं हो सका। पर्यटक बिना कोई कानूनी कार्रवाई के वापस ये कहकर चले गए कि हमारा बैग मिल जाए तो सूचना कर देना। पर्यटकों के छूटे हुए बैग की पर्यटन पुलिस द्वारा तलाश जारी रही।इस दौरान पर्यटन पुलिस को बीते कई दिन पहले वो ऑटो दिखाई दिया, और उसका पीछा करते हुए शक के आधार पर थाने में ले आए और ऑटो चालक से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने अपना नाम समीर पुत्र कमरूद्दीन निवासी टीला बालूगंज थाना रकाबगंज बताया। उसने बताया कि बैग मेरे घर पर रखा है। बैग को थाने पर लाकर पर्यटक को बैग में रखे हुये सामान की फोटो भेजी गई। पर्यटकों द्वारा छूटे हुये बैग में रखे सामान को पहचान कर यह प्रमाणित किया कि यह सामान उनका ही है।जिसके पुलिस ने पर्यटक को आगरा बुलाया सोमवार को पर्यटक आगरा पहुंचे।और छूटे हुए बैग को पहचान कर उसमें रखे हुये सामान की तस्दीक की और इलेक्ट्रिक ऑटो चालक को भी पहचान लिया। पर्यटकों ने कहा कि वह कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं। महाराष्ट्र से हम बार बार नहीं आ सकते हैं। काफी किराया लगता है। बैग में रखे सभी सामान को प्राप्त कर पर्यटकों द्वारा पर्यटन पुलिस की प्रशंसा कर आभार प्रकट किया गया। इसके बाद वे अपना सामान लेकर रवाना हो गए।
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