छुरिया:खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक श्रीमति छन्नी चंदू साहू ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राजनीतिक संरक्षण में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि पुलिस का डर ही नहीं है । प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर होते जा रही है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है। आम आदमी अपने आपको असुरक्षित महसूस करने लगा है। सत्ता संरक्षण में अपराध दिनों दिन बढ़ते ही जा रही है।ये हम तो कह ही रहे है साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुखिया को यह कहना पड़ रहा है कि अपराध रोको इससे इस प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति को समझा जा सकता है। गत दिवस मुख्यमंत्री जी ने कलेक्टर एवं एस पी कांफ्रेंस में राजधानी व संस्कार धानी रेंज की चर्चा में मुख्यमंत्री साय जी ने सख्त लहजे में कहा कि भू माफिया की सक्रियता और अवैध शराब बिक्री में पुलिस संरक्षण की शिकायत क्यो आ रही है, मुख्यमंत्री जी ने स्वमं माना है कि अपराधियों में इकोसिस्टम है, मतलब प्रभावसालियों का अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलना राजनांदगांव रेंज की प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री ने काफी अप्रसन्नता जाहिर की पूर्व विधायक श्रीमति साहू ने आगे कहा कि प्रदेश की संस्कारधानी कहे जाने वाले जिला जहा पर तीन बार के मुख्यमंत्री रहे एवं वर्तमान में प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह जी के क्षेत्र व प्रदेश के गृह मंत्री व प्रभारी मंत्री के क्षेत्र ग्राम लोहारढीह में आगजनी की घटना पुलिस पर पथराव जिसमे एस पी सहित कई पुलिस वाले घायल हुए जिलों की हालात यह है कि राजधानी सहित पूरे प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। समीक्षा बैठकों में पहले गृहमंत्री फिर मुख्यमंत्री ने भी जुआ-सट्टा जैसे अवैध धंधों और अपराधों पर रोक लगाने पुलिस के अधिकारियों को निर्देश दिए किंतु अपराधी और अवैध कारोबारी बेखौफ होकर अपराध को अंजाम दे रहे हैं,कानून का जरा भी डर अपराधियों को नहीं रहा। इसके पीछे मुख्य वजह अपराधियों और अवैध धंधेबाजों को मिल रहा राजनीतिक संरक्षण है, जिसके दम पर ही अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और उन्हें कानूनी कार्रवाई का बिल्कुल भी डर नहीं है, चूंकि अपराधियों और अवैध कारोबारियों पर पुलिस राजनीतिक दबाव से मुक्त होकर जब कार्रवाई करेगी तभी अवैध कारोबारों के साथ गली-मोह्ल्लों में सक्रिय अपराधियों पर नकेल कसा जा सकेगा श्रीमति साहू ने आगे कहा कि कहा कि सत्ताधारी दल के नेताओं के बीच बढ़ती गुटबाजी और आपसी प्रतिस्पर्धा से अपराधियों को संरक्षण देने की प्रवृति के कारण शांत शहर संस्कारधानी अपराधियों का गढ़ बन गया है। संस्कारधानी में एक दिन भी ऐसा नहीं निकलता जब चोरी, लूट, हत्या से लेकर चाकूबाजी की घटनाएं न होती हो।संस्कारधानी में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था लूट, गुंडागर्दी, डकैती, हत्या, छेड़छाड़ वसूली आदि घटनाओं से राजनांदगांव जैसे शांत शहर में शहरवासियों एवं जिलेवासियो का जीवन असुरक्षित हो गया है।