छत्तीसगढ़ जगदलपुर :– समाज में शिक्षक को सम्मानीय माना गया है। शिक्षकीय पेशे को आदर की दृष्टि से देखा जाता है। शिक्षक ज्ञान बांटते हैं और देश का भविष्य गढ़ने में इनकी बड़ी भूमिका होती है। विद्यार्थियों को शिक्षा देने के साथ ही संस्कारवान बनाने की जिम्मेदारी भी ये निभाते हैं। शिक्षकीय पेशे से जुड़े लाेगों के बारे में कभी कभार ऐसी घटनाएं देखने सुनने को मिलती है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमेछत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12 वीं बोर्ड की परीक्षा शुक्रवार को शुरू हुई। पहले दिन हिंदी का पेपर था। जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत दो अतिथि शिक्षकों पर नकल सामग्री तैयार करने का आरोप सामने आया है, जिसपर अधिकारी सन्न रह गए। मिली जानकारी के अनुसार ज्योति साहू और नीरज मिश्रा जो की अतिथि शिक्षक के रूप में सामने आया है। इन पर आरोप है कि इनके द्वारा परीक्षा केंद्र के समीप स्थित एक घर में बैठकर नकल सामग्री तैयार की जा रही थी।जिनकी सूचना पाकर मौके पर कुछ लोग जब वहां स्टिंग आपरेशन के लिए पहुंचे तो दोनों शिक्षक वहां मौके पर अपना मोबाइल, बैग छोड़कर निकल भागे। मौके से एक प्रश्नपत्र भी जब्त करने की बात सामने आई है। पुलिस ने सारी सामग्री जब्त कर ली है। घटना की जानकारी सामने आने पर केंद्रों के निरीक्षण के लिए बस्तर विकासखंड के प्रवास पर निकली जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान तुरंत साड़गुड़ पहुंची।और पूरे मामले की जानकारी लेकर और इंटरनेट मीडिया में नकल सामग्री तैयार करने के वीडियो का अवलोकन करने के बाद जांच शुरू की गई। जिला शिक्षा अधिकारी से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी जाएगी। प्रत्यक्षदर्शियों ने भी दोनाें अतिथि शिक्षकों का नाम बताया है।
संयुक्त संचालक शिक्षा बस्तर संभाग संजीव श्रीवास्तव ने बताया साथ में, नकल रोकने उड़नदस्ता दल सक्रिय
संयुक्त संचालक शिक्षा बस्तर संभाग संजीव श्रीवास्तव से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि साड़गुड़ में सामने आए मामले की जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। घटना के कुछ समय पहले एसडीएम भरत कौशिक के नेतृत्व में उड़नदस्ता दल ने परीक्षा केंद्र का निरीक्षण किया था। परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई। उड़नदस्ता दल के जाने के बाद मामला प्रकाश में आया। वहीं नकल सामग्री परीक्षार्थियाें तक पहुंचाने में सफल होते कि इसके पहले की पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया।परीक्षा में नकल रोकने पहले ही दिन से सभी जिलों में प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। संयुक्त संचालक संजीव श्रीवास्तव ने पहले दिन बस्तर, मारकेल, आसना, माड़पाल, नगरनार, बोरपदर, घाटलोंहगा, परचनपाल और जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने भानपुरी, फरसागुड़ा, बालेंगा, बस्तर आदि एक दर्जन परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया।