कोरबा। (सुखनंदन कश्यप) वन परिक्षेत्र पसरखेत में प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि यहां अधीनस्त कर्चचारी जिनके व्यवहार एवं कार्य से खासकर पसरखेत धौराभांठा व कोल्गा के निवासी व किसान त्रस्त है, जिनके कारण हम तीन गाँव के ग्रामीण किसान उनको हटाने के लिए जहां वे पदस्थ है, शांति पूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन रैली के माध्यम से आप तक हम जन आक्रोश को प्रकट करते हुए कमलेश कुमार कुम्हार बीट गार्ड कोल्गा, दीपक बाजूर बीट गार्ड पसरखेत, गुलाब सिंह गोड़ डिप्टी रेंजर पसरखेत को उनके पदस्थ स्थान से हटाने हेतु आपके माध्यम से छ.ग. शासन को ज्ञापन देना चाहते है। एवं उनके साथ देने वाले फायर वाचर पिसहि, संजू यादव, पदुम सिंह कंवर, के विरूद्ध भी हम जनता उनको हटाने हेतु अपनी जन अकोश प्रकट करते हुये, तीनों कर्मचारी एवं तीनों फायर वाचर जिनके व्यवहार एवं कार्य जिससे हम ग्रामीण जन त्रस्त है।
प्रदर्शन के दौरान उपस्थित ग्रामीणों ने बताया कि हम किसान पूर्वज से जमीन अधिग्रहण किये हुये वन भूमि जिसमें खेती किसानी करते हुए आपने जीवकोपार्जन कर रहे को ये कर्मचारी एवं उनके वर्कर जर्बजस्ती घेराव कर रहे है।
जहां शासन वन अधिकार पट्टा परचा दिया है और हम किसान खेती किसानी हेतु कार्य करते है तो खेती किसानी हेतु उपयोग कि गई संसाधन आदि का धर पकडकर कर जप्ती करते है और खेती किसानी करने नहीं दे रहे है
जहां खेती हेतु घेराव किये है उस घेराव को भी तोड़कर खेती करने से रोक रहे है दैनिक जीवन के आवश्यकता कि पूर्ति हेतु जलाऊ लकड़ी आदि का धर पकड़ करतें है स्वयं जे.सी.बी. आदि मशीन से मनरेगा जैसे रोजी रोटी पालने वाला काम को मशीन से करवाते है अपने अधिनस्त फायार वाचर आदि व्यक्तियों को जे.सी.बी. मुहाईया करवाते है और काला जंगल को उनके लिए खेत बनाने की छुट दिये है 12 माह काम चलने वाले पौधा रोपनी आदि कार्य हेतु अपने ही आदमी को कार्य मे रखते है और अधिक आदमियों का हाजरी डालते है। पौधा रोपड़ हेतु कभी भी ग्राम सभा या ग्राम पंचायत से बैठको मे जगह का चयन नहीं किया गया स्वयं मनमाने तरीका से किसान के पुराने अधिग्रहण जमीन मे पौधा रोपाई कर किसानो को उनके रोजी रोटी से वंनचित करते है। अन्यमित रूप से जंगलों का कूप कटाई कर रहे है ।
सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत् कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जाती।