कोण्डागांव, 24 जनवरी 2025: कोण्डागांव जिले में स्थित मक्का प्रसंस्करण एथेनॉल प्लांट का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और इसे 2025 में चालू किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, इस प्लांट के संचालन से पहले ही यह स्थानीय बेरोजगार युवाओं के रोजगार को लेकर विवादों में घिर चुका है। सर्व आदिवासी समाज ने स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दिए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।
समाज का आरोप है कि इस प्लांट में बाहरी ठेकेदारों के माध्यम से कारीगरों की भर्ती की जा रही है, जबकि स्थानीय बेरोजगार युवाओं को पहले प्रशिक्षण देकर उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी। समाज के जिला अध्यक्ष बंगाराम सोरी ने बताया कि मक्का प्रशसकरण के संचालन के लिए 105 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया है, लेकिन स्थानीय युवाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।
समाज का कहना है कि विशेष रूप से कोकोड़ी गांव के युवाओं को प्राथमिकता मिलनी चाहिए, जिन्होंने प्लांट के शेयरधारक बनने के लिए आर्थिक अंशदान किया है। इसके अतिरिक्त, 2023 में कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर 75 स्थानीय युवाओं को 15 दिनों का प्रशिक्षण भी दिया गया था, लेकिन उन्हें अवसर नहीं दिया जा रहा है।
सर्व आदिवासी समाज ने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने प्लांट के निर्माण के समय यह वादा किया था कि स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा, लेकिन अब बाहरी ठेकेदारों को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके अलावा, भर्ती प्रक्रिया का प्रचार-प्रसार गुपचुप तरीके से किया गया और आचार संहिता लागू होने के बावजूद भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई, जो नियमों का उल्लंघन है।
समाज ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया, तो वे आंदोलन करेंगे। समाज ने आज कोण्डागांव के सर्व आदिवासी सामाजिक भवन में बैठक आयोजित की और जल्द ही कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई है।