कोंडागांव/छत्तीसगढ़, 28 जनवरी 2025: छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को बड़े पर्दे पर लाने का प्रयास जारी है। इसी कड़ी में, फिल्म निर्देशक राजा खान बस्तर की प्रसिद्ध प्रेम कहानी ‘झिटकू-मिटकी’ पर आधारित एक फिल्म लेकर आ रहे हैं। यह फिल्म बस्तर की प्राचीन परंपराओं और इतिहास को दुनिया के सामने लाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बनेगी।
इतिहास पर आधारित पटकथा:
इस फिल्म की पटकथा को तैयार करने में दो साल से अधिक का समय लगा है। राजा खान और उनकी टीम ने बस्तर के आदिवासी समुदायों के इतिहास, रीति-रिवाजों और सामाजिक संरचनाओं पर गहन शोध किया है। उन्होंने इस दौरान उन ऐतिहासिक पात्रों की प्रामाणिकता को सुनिश्चित किया है जो बस्तर की पौराणिक कथाओं में दर्ज हैं।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर बनेगी छत्तीसगढ़ की पहचान:
यह फिल्म न केवल छत्तीसगढ़ के दर्शकों को, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों को आकर्षित करने का प्रयास करेगी। इस फिल्म से छत्तीसगढ़ की अद्वितीय संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर को विश्व मंच पर नई पहचान मिलेगी।
फिल्म का उद्देश्य:
इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य है छत्तीसगढ़ के इतिहास को एक नए दृष्टिकोण से पेश करना और आदिवासी समुदाय की उन कहानियों को जीवंत करना जो अब तक पर्दे के पीछे रही हैं। इसके साथ ही, दर्शकों के भरपूर मनोरंजन के लिए भी यह फिल्म जानी जाएगी।
आज 28 जनवरी को फिल्म प्रोडक्शन की ओर से प्रेस एंड मीडिया फेडरेशन सह प्रेसक्लब कोंडागांव में आयोजित की गई, जिसमें मुख्य रूप से फिल्म के डायरेक्टर राजा खान, फिल्म के मुख्य कलाकार लालजी कोर्राम एवं सहयोगी कलाकार रानू वर्मा उपस्थित थे, वहीं प्रेसवार्ता में प्रेसक्लब जिला अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में स्थानीय पत्रकार मौजूद रहे।