फरसगांव/विश्रामपुरी, 23 मार्च 2025: कोंडागांव जिले के बड़ेराजपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत हरवेल का पारम्परिक वार्षिक फुल बाजार मेला 22 मार्च को बिजली की गरज के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर 10 गांवों के देवी-देवताओं को आमंत्रित किया गया था।
मेला परिसर में देवी-देवताओं का सुबह से ही स्वागत किया गया। हर जगह फुल मालाओं से उनका अभिनंदन किया गया, और परंपरा के अनुसार उन्हें भीगे चावलों के साथ अगुवाई दी गई। इस बार, मार्च के अंत में होने के कारण, आस-पास के ग्रामीणों ने जमकर खरीदारी की।
मेले के दूसरे दिन, मेहमानों का आना-जाना लगा रहा। रात्रिकालीन कार्यक्रम में भुइयां के सिंगार लोक कला मंच का आयोजन किया गया, जिसमें बादल नरहरपुर का विशेष प्रस्तुति हुआ। इसके बाद, गांव से आए पुरुषों और महिलाओं ने अपने-अपने देवी-देवताओं को माला पहनाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर, क्षेत्र के लोग गाजे-बाजे और मोहरी के साथ अपने-अपने देवी-देवताओं के साथ परिक्रमा करने के लिए मेला स्थल पहुंचे और फिर अपने-अपने स्थानों पर लौट गए।
मेला आयोजन के दौरान, सभी देवी-देवताओं को सम्मानित करने के लिए विभिन्न ग्रामों से लोग डोली और लाट सजाकर उन्हें लेकर आए। ग्राम प्रधानों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर देवी-देवताओं के रुकने का प्रबंध किया गया, और श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना और भोग अर्पित किया।
इस दौरान ग्राम पंचायत के मेला समिति के अध्यक्ष पनकुराम मरकाम, उपाध्यक्ष केशव मंडावी, सचिव मानसाय मंडावी, सह सचिव सहादेव नेताम, कोषाध्यक्ष बिरेंद्र मंडावी, सह कोषाध्यक्ष धनसाय मंडावी, और अन्य ग्रामवासी भी मौजूद रहे। इसके अलावा, सरपंच महेश नेताम, उपसरपंच ललिता घड़वा मंडावी सहित आदिवासी युवा संगठन के सदस्य और युवा प्रभाग के सदस्य भी इस आयोजन में शामिल हुए।
यह मेला ग्रामवासियों के लिए एक धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव का प्रतीक है, जिसमें हर वर्ष श्रद्धा और उल्लास के साथ सहभागिता होती है।